Friday, December 31, 2010

lalli ka letter -2010


सेवा में ,
वर्ष 2010,
सादर अभिनन्दन,
सविनय निवेदन है कि...जैसे पूरे वर्ष मुन्नी बदनाम होती रही और साल का अंत आते आते शीला जवान, ऐसी ही कृपा दृष्टि अगले वर्ष भी बनाये रखें|
राजा और राडिया कि महिमा व् गर्व गाथा ठीक इसी प्रकार हम सभी साल भर सुनते और जपते रहे जैसे कि सदियों से सत्यनाराण कि कथा सुनते आ रहे हैं |
भगवान NDTV को भी इतनी शक्ति कभी ना दे ,कि बरखा दीदी को पत्रकारिता और नैतिकता के ग्राउंड पे इस्तीफ़ा देना पड़े |
उम्मीद तो हमें बहुत है नए साल से ...वैसे भी प्याज महंगा ही तो हुआ है , विलुप्त नहीं |
आपकी कुशलता ही मेरी कुशलता का मूलाधार है |थोड़ा लिखा है ,ज्यादा समझना |
स्नेहाकांक्षी
आपकी लल्ली
© Copyright Rests With Creator. Divya Prakash Dubey



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